बहुत कम ही ऐसे लोग, लोग नहीं कहें उद्योगपति होते हैं जो अपने प्रोडक्ट का एडवरटिजमेंट खुद करते हैं पर जो खुद करते हैं वह अपनी छाप छोड़ जाते हैं। उनमें से एक थे धर्मपाल गुलाटी। देश की मशहूर मसाला ब्रांड एमडीएच (MDH Masala) को लोकप्रिय और घर-घर तक पहुंचाने में महाशय धर्मपाल गुलाटी का महत्वपूर्ण योगदान रहा। उन्होंने अपने प्रोडक्ट का एडवरटिजमेंट खुद किया पर दिसंबर 2020 में निधन होने के बाद से इस कंपनी और उसके एडवरटिजमेंट को लेकर कई कयास लगाए जाने लगे।
चूंकि कंपनी का फेस भी वहीं थे और कंपनी का संचालन भी उनके नेतृत्व में हो रहा था, ऐसे में उनके निधन के बाद खबरें आने लगी कि कंपनी बिक रही है। जिस ‘महाशियां दी हट्टी’ यानी MDH को धर्मपाल गुलाटी ने बड़ा ब्रांड बनाया था, उसके बिकने की खबर से लोग भी दुखी थे। दरअसल धर्मपाल गुलाटी ने न केवल इस मसाला कंपनी को संभाला था, बल्कि वो खुद इस मसाले के विज्ञापन का फेस भी थे, लेकिन उनकी मृत्यु के बाद सवाल उठने लगा कि आखिर अब कौन इस ब्रांड को संभालेगा?
इन्हीं सवालों के बीच कंपनी ने मसालों के नए विज्ञापनों को जारी कर दिया। नए विज्ञापनों में धर्मपाल गुलाटी की जगह नया चेहरा दिख रहा है। नए चेहरे के साथ कंपनी ने विज्ञापनों को जारी किया तो लोग उस शख्स के बारे में जानने की कोशिश करने लगे कि ये आखिर हैं कौन, जो धर्मपाल गुलाटी की जगह विज्ञापनों में नजर आ रहे हैं।
एमडीएच के विज्ञापनों में नजर आने वाले शख्स का नाम राजीव गुलाटी है। आपको बता दें कि राजीव गुलाटी महाशय धर्मपाल गुलाटी के बेटे हैं, जो अब कंपनी की कमान संभाल रहे हैं। राजीव गुलाटी एमडीएच कंपनी के चेयरमैन हैं। एमडीएच का नए विज्ञापनों में नजर आकर राजीव गुलाटी ने न केवल ब्रांड को नया फेस दिया बल्कि उन सवालों पर भी विराम लगा दिया, जिसमें दावा किया जा रहा था कि कंपनी बिकने वाली है। राजीव ने साफ कर दिया कि न तो MDH कंपनी बिकेगी और न ही एमडीएच के विज्ञापन बंद होंगे।
राजीव गुलाटी तब चर्चा में आने लगे जब उनका नया विज्ञापन जारी हुआ। धर्मपाल गुलाटी की तरह की वो एमडीएच के एड करते दिखे। उनका लुक भी बहुत हद तक दिवंगत धर्मपाल गुलाटी से मिलता-जुलता है। उन्होंने कंपनी के बिकने से जुड़े अफवाहों को विराम देते हुए ट्वीट किया और लिखा कि MDH की विरासत को हम पूरे दिल से आगे तक ले जाएंगे। उन्होंने कहा कि कंपनी बिकने की खबरों पर भरोसा न करें। वो खबर पूरी तरह झूठी और निराधार है। उन्होंने ने लिखा कि जिस कंपनी को खड़ा करने के लिए महाशय चुन्नी लाल और महाशय धर्मपाल ने अपनी पूरा जीवन बिता दिया, उसे हम आगे तक ले जाएंगे।